पालतू जानवर हम सबको बहुत प्यारे लगते हैं। ये हमारे परिवार के अहम सदस्य होते हैं। हम उन्हें प्यार करते हैं और उनके साथ रहना हमें अच्छा लगता है। इन प्यारे, मासूम जानवरों से भला क्या नुकसान हो सकता है? बदकिस्मती की बात तो ये है कि इनसे बहुत ज़्यादा नुकसान हो सकता है।
पालतू जानवरों के साथ-साथ आपको इनके बालों या रोओं, पेशाब, लार और उनकी रूसी को भी झेलना पड़ता है। इन्हीं से सबसे ज़्यादा एलर्जी होती है। ये एलर्जीकारक घर के फर्नीचर, कपड़ों और दूसरी सतहों पर भी जमा हो जाते हैं। भारत में पालतू जानवर रखने का चलन बहुत ज़्यादा बढ़ता जा रहा है और यही कारण है कि इनसे होने वाली एलर्जी के मामले में उचित सावधानी बरतना ज़रूरी हो गया है।
पालतू जानवर की लार, पेशाब और रूसी इस तरह की एलर्जी बढ़ाने वाले मुख्य कारक होते हैं। हालाँकि जानवर के बाल/रोएँ अपने आप में एलर्जी पैदा करने वाले नहीं होते हैं, लेकिन इनके ज़रिए पेशाब, लार और रूसी घर के अलग-अलग हिस्सों में पहुंच सकते हैं।
पालतू जानवरों से होने वाली एलर्जी से पीड़ित लोगों में छींक, बहती या बंद नाक, खाँसी, सीने में जकड़न, साँस फूलना, साँस में घरघराहट, आँखों में पानी आना, आँखें लाल होना या उनमें खुजली होना तथा त्वचा पर चकत्ते जैसे लक्षण हो सकते हैं।
पालतू जानवरों से होने वाली एलर्जी रोकने का सर्वोत्तम तरीका तो उनसे और उनके रहने की जगह से दूर रहना ही है। अगर आप जानवर पाले हैं, तो उन्हें अपने घर से बाहर ही रखें। अगर उन्हें घर से बाहर रखना संभव न हो, तो आपको उचित निवारक उपाय करने चाहिए। जानवरों के बाल और रूसी चिपचिपे होते हैं, इसलिए आपको पालतू जानवरों को कम से कम अपने बेडरूम से तो दूर ज़रूर ही रखना चाहिए। पालतू जानवरों के साथ ज़्यादा वक्त बिताएँ तो उसके बाद हमेशा अपने कपड़े बदलें। अपने घर से जानवरों के बाल और रूसी हटाने के लिए बार-बार वैक्यूम क्लीनिंग करें, और ऐसा करते समय डस्ट मास्क ज़रूर पहनें। अपने पालतू जानवरों को साफ़ रखें। घर का वो सदस्य जानवरों को अक्सर नहलाता भी रहे, जिसे पालतू जानवरों से एलर्जी न हो।