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पालतू जानवरों से होने वाली एलर्जी

इनडोर एलर्जी से पीड़ित कई लोग असल में अपने पालतू जानवर के प्रति एलर्जिक होते हैं। ये जानवर हम सबको बहुत प्यारे होते हैं क्योंकि ये हमारे बहुत अच्छे दोस्त होते हैं। हालाँकि हर कोई इन हानिरहित प्यारे से कुत्तों या बिल्लियों के साथ रहने का मज़ा नहीं ले सकता। जानवर अपने साथ साथ बाल, रोएँ और ख़ास कर अपनी मृत त्वचा (रूसी) भी लाते हैं, जो प्रबल एलर्जीकारक होते हैं। इनके कारण पालतू जानवरों से एलर्जी होती है।

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पेंट से होने वाली एलर्जी

हालाँकि पेंट कमरे की सुंदरता बढ़ाते हैं, लेकिन इनमें कुछ ऐसे रसायन होते हैं, जिनके हवा में आने से इनडोर एलर्जी होती है। मिसाल के लिए, अगर किसी ताज़ा पेंट किए गए कमरे में दाखिल होने पर आपको तुरंत गले या नाक में गुदगुदी होने लगे, तो यह अंदाज़ा लगाना गलत नहीं होगा कि यह एलर्जी की वजह से हो सकता है।

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घर की धूल से एलर्जी

हम लगातार कई ऐसे बाहरी पदार्थों से घिरे रहते हैं जिनके कारण एलर्जी हो सकती है। कई एलर्जीकारकों के इस मिश्रण को घर की धूल भी कहा जाता है । घर की धूल के साथ-साथ धूल घुन भी एलर्जी के मुख्य कारण होते हैं जो कि छोटे-छोटे सूक्ष्म जीव होते हैं। धूल से एलर्जी होने की सबसे ज़्यादा आशंका घर पर रहते हुए होती है।

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घर की फफूँद से होने वाली एलर्जी

गीली और सीलन भरी जगहों पर फफूँद तेज़ी से बढ़ती है। घर के अंदर आपकी रसोई और बाथरूम में फफूँद पैदा होने की आशंका सबसे ज़्यादा होती है। ये फफूँद ऐसे बीजाणु पैदा कर सकती है जो एलर्जीकारक होते हैं। उचित सावधानी बरतकर और तुरंत कदम उठाकर आप घर की फफूँद से होने वाली एलर्जी से निपट सकते हैं।

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अन्य इनडोर एलर्जी

जाने माने एलर्जीकारक तत्व जैसे धूल, फफूँद, पालतू जानवर और पेंट के अलावा ऐसे कई अन्य पदार्थ भी होते हैं जिनके कारण इंसानों में एलर्जी हो सकती है। हालाँकि ऐसा होना ज़्यादा आम बात नहीं है, लेकिन कीड़ों, तंबाकू और लेटेक्स से भी एलर्जी हो सकती है।

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